संदेश

भगवद्-गीता यथारूप लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

'आचार्य' शब्द का अर्थ क्या होता है?

चित्र
'आचार्य' शब्द का अर्थ  क्या  होता है?   हरे कृष्ण, मेरे प्यारे पाठकों!  'आचार्य' शब्द का क्या अर्थ होता है?  यह प्रश्न आपके मन में भी कभी अवश्य आया होगा।   आपने श्रीशङ्कराचार्य (अद्वैतवाद दर्शन के संस्थापक), श्रीरामानुजाचार्य (विशिष्टाद्वैतवाद दर्शन के संस्थापक, श्री सम्प्रदाय), श्रीमध्वाचार्य (शुद्ध द्वैतवाद दर्शन के संस्थापक, ब्रह्म सम्प्रदाय), श्रीनिम्बार्काचार्य (द्वैताद्वैतवाद दर्शन के संस्थापक, कुमार सम्प्रदाय) आदि महान् गुरुजनों के नाम में 'आचार्य' शब्द लिखा हुआ देखा होगा। तो आइए अब जानते हैं इस प्रसिद्ध शब्द का सही अर्थ क्या होता है? ' आचार्य अर्थात् आदर्श शिक्षक   चैतन्य महाप्रभु ने कहा है कि शिक्षा देने के पूर्व शिक्षक को ठीक-ठीक आचरण करना चाहिए। जो इस प्रकार शिक्षा देता है वह आचार्य या आदर्श शिक्षक कहलाता है। आम लोगों को हमेशा ऐसे नेता की आवश्यकता होती है, जो व्यावहारिक आचरण द्वारा जनता को शिक्षा दे सके। यदि नेता स्वयं धूम्रपान करता है तो वह जनता को धूम्रपान बन्द करने की शिक्षा नहीं दे सकता। इसलिए शिक्षक को चाहिए कि आम लोगों को शिक्षा देने के लिए

अर्ध कुक्कुटी न्यायः । Half Hen Logic । आधी मुर्गी का तर्क || श्रील प्रभुपाद की कहानियाँ - 2

चित्र
अर्ध कुक्कुटी न्यायः Half Hen Logic आधी मुर्गी का तर्क हरे कृष्ण, मेरे प्यारे पाठकों! आज मैं आपको श्रील प्रभुपाद की शिक्षाओं में से एक बहुत ही अच्छी शिक्षाप्रद कहानी सुनाने जा रहा हूँ। यह कहानी है "अर्ध कुक्कुटी न्यायः" Half Hen Logic की। यह कहानी हमें बताती है कि हमें गीता का  अ ध्ययन कैसे नहीं करना चाहिए । कथा एक बार की बात है, एक गाँव में एक व्यक्ति रहता था। उसके पास एक कुक्कुटी (मुर्गी) थी, जो प्रतिदिन एक अण्डा देती थी। एक दिन मुर्गी का मालिक सोचता है कि यह मुर्गी बहुत अच्छी है, यह प्रतिदिन अण्डा देती है। लेकिन इसकी चोंच बहुत खर्चीली है क्योंकि यह खाने का काम करती है। इसलिए मैं इसकी चोंच को काट देता हूँ और बाकी का हिस्सा रहने देता हूँ जिससे मुझे मुर्गी को बिना कुछ खिलाए ही अण्डा मिल जाएगा। लेकिन ऐसा करने पर न तो मुर्गी जीवित बची न उस मूर्ख को प्रतिदिन अण्डा मिल पाया। शिक्षा श्रील प्रभुपाद इस तर्क की माध्यम से हमें समझाते हैं कि सभी धूर्त व्यक्ति भगवद्-गीता "अर्धकुक्कुटी न्यायः" के अनुसार पढ़ते हैं - गीता का यह भाग ठीक नहीं है, यह भाग अच्छा है। यदि कोई भगवद्-ग

कृष्ण की बात (भगवद्-गीता) मान लो, बस!

चित्र
कृष्ण की बात (भगवद्-गीता) मान लो, बस! 🤔 भगवद्-गीता में क्या है?  यह प्रश्न आपके मन में भी आया होगा। भगवद्-गीता तो हम सब जानते हैं कि महाभारत के कुरुक्षेत्र युद्ध में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को दिया उपदेश है।  पर क्या आपको पता है कि इसका सही अर्थ क्या है? क्या आपको पता है कि इसमें कितने श्लोक हैं, कितने अध्याय हैं, किस-किस विषय पर प्रकाश डाला गया है? क्या आपको पता है कि इसको पढ़ने के लिए कौन-कौन से नियम पालने पड़ते हैं?  यदि आपको इन सब प्रश्नों का उत्तर नहीं पता, तो इसका मतलब आपने भगवद्-गीता को सिर्फ सुना है, पर समझा नहीं है। मेरी मानें, तो आपको समझने की आवश्यकता है, क्योंकि भगवद्-गीता में हमारे जीवन की सारी परेशानियों को समाप्त करने के सूत्र हैं। मुझे पता है, कि आपको मुस्कुराहट से आराम मिलेगा, पर, मुस्कुराहट को 5 मिनट के लिए साइड में करें, और मेरी  5 मिनट की blog post (ब्लॉग पोस्ट) पढे़ं, जिसमें मेंने "भगवद्-गीता" को "यथारूप" (as it is) समझाने का प्रयत्न किया है... 🤔  भगवद्-गीता को कैसे अपनाना चाहिए?  यदि हमें कोई औषधि (दवा) लेनी हो तो हमें उस पर लिखे निर्देशों का पाल